नीट-यूजी में एलन के 26 स्टूडेंट्स को आल इंडिया रैंक-1
एलन के निदेशक डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एनटीए की ओर से 67 स्टूडेंट्स को आल इंडिया रैंक-1 दी गई है। इन सभी ने 720 अंक प्राप्त किए हैं। काउंसलिंग के आधार पर इन 67 स्टूडेंट्स में एलन क्लासरूम स्टूडेंट वेद शिंदे ने आल इंडिया टॉप किया है।
अब तक देखे गए परिणामों में एलन के 26 स्टूडेंट्स को आल इंडिया रैंक-1 प्राप्त हुई है। इनमें 17 क्लासरूम तथा 9 स्टूडेंट्स डिस्टेंस लर्निंग से हैं। इन 17 एलन क्लासरूम स्टूडेंट्स में वेद शिंदे, माजिन मंसूर, रूपायन मंडल, प्राचिता, खुशबू, शैलजा,
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा नीट-यूजी परीक्षा 05 मई को दोपहर 2 से शाम 5ः20 बजे के बीच हुई। यह परीक्षा एमबीबीएस के 706 मेडिकल कॉलेज की 109145 ,बीडीएस के 323 कॉलेज की 28088, आयुष पाठ्यक्रम (बीएएमएस, बीएचएमएस, बीवाईएमएस,
एनटीए द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार इस वर्ष 24 लाख 60 हजार 79 विद्या
ये रही कटऑफ
नीट-यूजी 2024 की परीक्षा 720 अंकों की हुई, इसमें काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई सामान्य एवं ईडब्ल्यूएस की 164, ओबीसी, एससी, एसटी की 129 अंक, सामान्य एवं ईडब्ल्यूएस पीडब्ल्यूडी के लिए कटऑफ 146 अंक रही एवं ओबीसी, एससी, एसटी शारीरिक विकलांग वर्ग की कटऑफ 129 अंक रही।
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वेद सुनील कुमार शिंदे
पिताः डॉ. सुनील कुमार शिंदे
मांः डॉ. शिल्पा शिंदे
नीटः एआईआर -1
जन्मतिथिः 27 दिसंबर 2005
महाराष्ट्र के नागपुर निवासी वेद सुनील कुमार शिंदे ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 में 720 में से 720 परफेक्ट स्कोर हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की है। वेद एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में पिछले दो साल से रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट है। माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं, इसलिए वेद भी शुरु से डॉक्टर ही बनना चाहता था। वेद ने बताया कि एलन में नेशनल लेवल का कॉम्पिटिशन मिलता है। जिससे हम एक-दूसरे से स्वस्थ्य प्रतिस्पर्द्धा करते हुए आगे बढने की कोशिश करते हैं। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी करना मेरे लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। एलन की पढ़ाई से बोर्ड परीक्षा में भी खूब मदद मिली। यही कारण रहा कि दोनों जगह बेहतर प्रदर्शन कर सका। इसी वर्ष 12वीं कक्षा 95.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है। वहीं 10वीं कक्षा में 98.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। वेद ने बताया कि उसने पढ़ाई को हमेशा एंजॉय किया है। ऐसा नहीं कि दिमाग थक जाए फिर भी पढ़ाई करता रहूं। रात में कितनी भी बजे तक पढता था लेकिन, नींद पूरी लेता था। जब तक रोज का टारेगेट पूरा नहीं हो जाता, मैं सोता नहीं था। एवरेज 8 घंटे तक पढ़ाई करता था। नीट क्रेक करने के लिए मैंने स्ट्रेटेजी बनाई थी। एनसीईआरटी सिलेबस पर पूरा फोकस किया था। एक ही टॉपिक की मल्टीपल रीडिंग की और नोटृस का रिवीजन रोजाना किया। नीट के अलावा मैंने जेईई मेन्स के प्रीवियस पेपर्स भी सॉल्व कर प्रेक्टिस की। क्योंकि कई बार जेईई मेन्स के क्वेशचंस नीट में रिपीट होते हैं। तीनों विषयों को बराबर समय देता था। इससे मुझे काफी मदद मिली। एलन टीचर्स ने तैयार के लिए जो गाइडलाइंस दी उसे फॉलो किया। पढ़ाई के लिए एलन से अच्छी जगह कोई और नहीं हो सकती। एमबीबीएस के बाद किस स्पेशलिटी में जाना है, अभी कुछ सोचा नहीं है।