प्रीमियर एनर्जीस ने आईपीओ के जरिए 1500 करोड़ रुपए से अधिक जुटाने के लिए सेबी के समक्ष दाखिल किया डीआरएचपी

हैदराबाद स्थित प्रीमियर एनर्जीस लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से 1,500 करोड़ रुपए से अधिक जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है। फ्रॉस्ट एंड सुलिवन रिपोर्ट के अनुसार प्रीमियर एनर्जीस 31 मार्च, 2024 तक भारत की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत सौर सेल और सौर मॉड्यूल निर्माता कंपनी है (क्रमशः 2 गीगावॉट और 3.36 गीगावॉट की वार्षिक स्थापित क्षमता के संदर्भ में)।

ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम में कुल मिलाकर 1500 करोड़ रुपए तक के इक्विटी शेयरों का नया इश्यू शामिल है। साथ ही इसमें सेलिंग शेयरहोल्डर्स द्वारा विक्रय किए जाने वाले 2,82,00,000 इक्विटी शेयरों तक की बिक्री का प्रस्ताव भी शामिल है। ऑफर फॉर सेल के तहत, साउथ एशिया ग्रोथ फंड II होल्डिंग्स एलएलसी 2,38,46,400 इक्विटी शेयर बेचेगा और साउथ एशिया ईबीटी ट्रस्ट 1,53,600 इक्विटी शेयर बेचेगा। इनके अलावा, प्रमोटर चिरंजीव सिंह सलूजा 42,00,000 इक्विटी शेयर का विक्रय करेंगे।

कंपनी, बीआरएलएम के परामर्श से, 300 करोड रुपए तक की निर्दिष्ट प्रतिभूतियों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है। यदि प्री-आईपीओ प्लेसमेंट किया जाता है, तो नया इश्यू ऐसे प्री-आईपीओ प्लेसमेंट की सीमा तक कम हो जाएगा।

प्रीमियर एनर्जीस लिमिटेड, जिसकी स्थापना 1995 में चेयरमैन और पूर्णकालिक निदेशक सुरेंद्र पाल सिंह सलूजा द्वारा की गई थी, ने नए इश्यू की शुद्ध आय का उपयोग इन कार्यों में करने का प्रस्ताव रखा है- हैदराबाद, तेलंगाना में 4 गीगावॉट सोलर पीवी टॉपकॉन सेल और 4 गीगावॉट सोलर पीवी टॉपकॉन मॉड्यूल विनिर्माण सुविधा की स्थापना के लिए अपनी सहायक कंपनी, प्रीमियर एनर्जीज ग्लोबल एनवायरनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (पीईजीईपीएल) में 1168 करोड़ रुपए और बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।

कंपनी जो सौर पीवी सेल्स और सौर मॉड्यूल के निर्माण, ईपीसी परियोजनाओं के निष्पादन, स्वतंत्र बिजली उत्पादन, कंपनी द्वारा निष्पादित ईपीसी परियोजनाओं के संबंध में ओ एंड एम सेवाओं और अन्य सौर-संबंधित उत्पादों की बिक्री में है, उसके पास आईपीपी, ओईएम और अन्य ऑफ-ग्रिड ऑपरेटर जैसे ग्राहक हैं, जैसे- एनटीपीसी, टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड, पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, कॉन्टिनम ग्रीन एनर्जी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, शक्ति पंप्स (इंडिया) लिमिटेड, फर्स्ट एनर्जी 6 प्राइवेट लिमिटेड (थर्मैक्स ग्रुप कंपनी), ल्यूमिनस पावर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, हार्टेक सोलर प्राइवेट लिमिटेड, ग्रीन इंफ्रा विंड एनर्जी लिमिटेड (सेम्बकॉर्प ग्रीन इंफ्रा लिमिटेड की सहायक कंपनी) आदि।

प्रीमियर एनर्जीस की पांच मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज़ है, जो सभी हैदराबाद, तेलंगाना में कंपनी के स्वामित्व वाली भूमि पर स्थित हैं। कंपनी, संयुक्त राज्य अमेरिका (वैश्विक स्तर पर सौर पैनलों के लिए सबसे बड़े बाजारों में से एक) में सौर सेल्स की सबसे बड़ी भारतीय निर्यातक कंपनी बन गई है। कंपनी ने यह उपलब्धि मैनेजिंग डायरेक्टर चिरंजीव सिंह सलूजा के नेतृत्व में 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीने की अवधि में हासिल की है।

वित्तीय वर्ष 2021 से वित्तीय वर्ष 2023 तक संचालन से कंपनी का राजस्व 42.71 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ा। वित्तीय वर्ष 2023 तक परिचालन से इसका राजस्व 1,428 करोड़ रुपए था, और 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीनों की अवधि के लिए यह राशि थी 2,017 करोड़ रुपए। 15 मार्च, 2024 तक, कंपनी के पास 5,362 करोड़ रुपए की ऑर्डर बुक थी।

कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, जे.पी. मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।

 

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