एसएफए चैम्पियनशिप्स ने भारत में शुरू की खेल क्रान्ति

नेशनल, 21 दिसम्बर 2023: भारत के सबसे बडे़ टेक-इनेबल्ड मल्टी स्पोर्ट स्कूल कॉम्पिटिशन प्लेटफॉर्म स्पोर्ट्स फॉर ऑल (एसएफए) ने एसएफए चैम्पियनशिप्स के माध्यम से युवा खेल प्रतिभा की पहचान कर और उन्हें सशक्त बनाकर नए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। इस साल 10 शहरों में चैम्पियनशिप्स आयोजित करने की प्रतिबद्धता के साथ एसएफए ने इंदौर, देहरादून, जयपुर, हैदराबाद, पुणे और मुंबई में 60 दिनों में 6 एसएफए चैम्पियनशिप्स का सफल समापन किया। तकरीबन दो महीनों में एसएफए चैम्पियनशिप्स ने 3000 से अधिक स्कूलों के 80,000 से अधिक एथलीट्स को प्रेरित किया, उनकी खेल महत्वाकांक्षा को बढ़ावा देकर देश की खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करने में उल्लेखनीय योगदान दिया।

एसएफए चैम्पियनशिप्स इतने बड़े पैमाने पर देश में स्कूल खेल प्रतियोगिताओं को सक्षम बना रही है, जो इससे पहले कभी नहीं देखा गया है। टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ मल्टी स्पोर्ट्स को एक ही मंच पर लाना इसे और भी खास बनाता है। शहर आधारित इस मॉडल ने खेल भावना को बढ़ावा दिया, यह चैम्पियनशिप प्रतिभा को खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर खेलों के भविष्य को नया आयाम देने के लिए तैयार है। एसएफए चैम्पियनशिप्स के शुरूआती छह शहरों - इंदौर, देहरादून, जयपुर, हैदराबाद, पुणे और मुंबई में ‘नंबर वन स्कूल इन स्पोर्ट्स’ की पहचान की जा चुकी है। इंदौर में दिल्ली पब्लिक स्कूल, निपानिया, देहरादून में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, जयपुर में कैम्ब्रिज कोर्ट वर्ल्ड स्कूल, हैदराबाद में विज्ञान बो ट्री स्कूल, निज़ामपेट, पुणे में विद्या वैली स्कूल, सुस और मुंबई में डोन बोस्को इंटरनेशनल स्कूल, मतुंगा ने अपने-अपने शहरों में ‘नंबर वन स्कूल इन स्पोर्ट्स’ का प्रतिष्ठित खिताब जीता है।

युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें खेलों का उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने के दृष्टिकोण के साथ एसएफए चैम्पियनशिप्स ने हर शहर में खेल के मैदान को रोमांच से भर दिया। पुणे में श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, बालेवाड़ी, जयपुर में सवाई मानसिंह स्टेडियम, हैदराबाद में गाचीबॉवली स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, इंदौर में अभय प्रशाल स्पोर्ट्स क्लब और बास्केटबॉल कॉम्प्लेक्स और अंधेरी में शाहजी राजे कृदा संकुल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ने खेलों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया। 

एथलीट्स को पेशेवर माहौल उपलब्ध कराने के लिए ज़रूरी है कि स्थानीय मशीनरी पूरे तालमेल में काम करे। इस खेल मंच के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था ने भी विकास दर्ज किया है, हर हितधारक को लाभान्वित किया है। स्थानीय कोच, अकादमिकज्ञों, वेंडर्स एवं अन्य कारोबारों ने एक साथ मिलकर यात्रा एवं आतिथ्य उद्योग को बढ़ावा दिया, निवासियों को रोज़गार के अवसर एवं छात्रों को अवसर उपलब्ध कराए। कुल मिलाकर एसएफए चैम्पियनशिप खेलों के माध्यम से शहर के आर्थिक स्वास्थ्य को सशक्त बना रही है। उल्लेखनीय है कि अक्टूबर में एक ही दिन में तीन शहरों में आठ स्थानों पर 12 खेलों में प्रतियोगिताएं हुईं, 1242 सदस्यों, स्वयंसेवियों एवं अधिकारियों ने इनमें सक्रियता से हिस्सा लिया।

2023-24 में हासिल की गई उपलब्धियों पर बात करते हुए राजस जोशी, सीओओ एवं चैम्पियनशिप्स के डायरेक्टर एसएफए ने कहा, ‘‘एसएफए चैम्पियनशिप्स खेलों में नई क्रान्ति लेकर आई हैं, इसने स्पष्ट कर दिया है कि खेल शारीरिक गतिविधि के दायरे से आगे बढ़कर सही मायनों में भावनात्मक रूप ले चुका है। चैम्पियनशिप्स के लिए मिली प्रतिक्रिया हमारी इस अवधारणा को मजबूत बनाती है कि इन युवा एथलीट्स को मंच की ज़रूरत है। 60 दिनों के भीतर 80000 से अधिक स्कूल एथलीट्स अब जीतेगा मुवमेन्ट’ का भाग बने। इस तरह एसएफए चैम्पियनशिप्स देश की खेल प्रणाली को बढ़ावा देने वाली ऐतिहासिक शुरूआत है। जो अब वायाकोम 18 की स्क्रीन्स पर भी उपलब्ध है।’’

एसएफए चैम्पियनशिप्स और वायाकोम 18 ने देश भर के खेल प्रशंसकों के लिए खेलों को  सुलभ बनाने के लिए साझेदारी की है। यह चैम्पियनशिप्स अब जियो सिनेमा ऐप, स्पोर्ट्स 18-2, स्पोर्ट्स 18 खेल टीवी चैनल पर देखी जा सकती है। इसके अलावा डीडी स्पोर्ट्स पर चैम्पियनशिप की विज़िबिलिटी बढ़ाई गई है।

मल्टी स्पोर्ट्स का एक्सपोज़र देते हुए एसएफए चैम्पियनशिप्स ने ‘गोल्डन ब्वॉय’ और ‘गोल्डन गर्ल’ की पहचान की, जहां एथलीट्स को विभिन्न खेलों में उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। इस मंच पर ‘शी इज़ गोल्ड’ पहल के द्वारा महिला एथलीट्स को भी प्रोत्साहन मिला, सभी चैम्पियनशिप्स में एक दिन महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए तय किया गया (2015 में शुरूआत के बाद से)। 6 शहरों में 5000 से अधिक महिला एथलीट्स ने खेलों में करियर बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाया।

विभिन्न क्षेत्रों में किसी भी सामाजिक आर्थिक वर्ग से ताल्लुक रखने वाले हर स्कूल एथलीट को अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराते हुए एसएफए चैम्पियनशिप्स ने 33 फीसदी फीमेल एवं 67 फीसदी मेल एथलीट्स को प्रतियोगिता के लिए एक समान मंच उपलब्ध कराया। चैम्पियनशिप्स में लड़कियों ने एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, फुटबॉल, स्विमिंग और स्केटिंग को खूब पसंद किया, जबकि लड़कों ने फुटबॉल, एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, चैस और स्विमिंग में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।

एसएफए चैम्पियनशिप्स ने पारम्परिक खेल प्रतियोगिता के दायरे से आगे बढ़कर अभिभावकों, एथलीट्स और कोचेज़ को मंच उपलब्ध कराया। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले एथलीट्स ने ओलम्पिक में हिस्सा लेने और देश का प्रतिनिधित्व करने के सपने के साथ उत्साहजनक प्रदर्शन किया। यह मंच इतने बड़े पैमाने पर कई खेलों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लेकर आया, जहां नेशनल, इंटरनेशनल स्तर के खिलाड़ियों को विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका मिला। एसएफए चैम्पियनशिप्स देश भर में युवा एथलीट्स के लिए खेलों को सुलभ बनाने और उनहें आने वाले कल के चैम्पियन के रूप में सशक्त बनाने के लिए तत्पर है।

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