एक्सिस बैंक ने यूपीआई नेटवर्क के जरिए रियल-टाइम में सीमा पार लेन-देन को सक्षम बनाया
एक्सिस बैंक सिंगापुर में लिक्विड ग्रुप द्वारा पे-नाउ के माध्यम से शुरू किए गए पी2पी विदेशी आवक धन प्रेषण लेनदेन के लिए निपटान बैंक के रूप में कार्य करेगा। लिक्विड ग्रुप के मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग करने वाला कोई भी प्रेषक सिंगापुर से अब भारत में अपने इच्छित प्राप्तकर्ता की यूपीआई आईडी दर्ज करके पैसा भेज सकता है। इस साझेदारी से दोनों देशों के उपयोगकर्ता निर्बाध रूप से धन अंतरण कर सकते हैं। यूपीआई पे-नाउ नेटवर्क के माध्यम से निपटारा किए गए लेनदेन वास्तविक समय के आधार पर 24X7 उपलब्ध हैं।
वर्तमान में, एक्सिस बैंक छह बैंकों - एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक), आईओबी (इंडियन ओवरसीज बैंक), इंडियन बैंक, आईसीआईसीआई, डीबीएस और एक्सिस बैंक के खाताधारकों या इन बैंकों के यूपीआई ऐप्प पर पंजीकृत लाभार्थियों के लिए इन लेनदेन का निपटारा करेगा।
एनआईपीएल के हेड - प्रोडक्ट डेवलपमेंट, सुश्री रीना पेनकर ने कहा, ''यूपीआई का उपयोग करके मजबूत किंतु सरल सीमा-पार धन प्रेषण की सुविधा प्रदान करने के लिए हमें एक्सिस बैंक के साथ सहयोग करने की खुशी है। एनआईपीएल का लक्ष्य उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करते हुए दुनिया भर में नए भुगतान बुनियादी ढांचे की स्थापना को सुविधाजनक बनाना है। हमें विश्वास है कि यह साझेदारी इस सुविधा को विश्व स्तर पर ले जाने के हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और भारत के डिजिटल भुगतान समाधानों को दुनिया भर में पहुँचाएगी।"
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए एक्सिस बैंक के ईवीपी और हेड-प्राइवेट, प्रीमियम बैंकिंग और थर्ड पार्टी प्रोडक्ट्स, सतीश कृष्णमूर्ति ने कहा, “एक्सिस बैंक सीमा पार भुगतान में अग्रणी रहा है और ग्राहकों को लगातार बेहतर अनुभव प्रदान करने हेतु प्रतिबद्ध है। हमें इस पहल में एनपीसीआई के साथ भागीदारी करने पर गर्व है, क्योंकि इस पहल में अंतरराष्ट्रीय भुगतान में क्रांति लाने की क्षमता है।"
इस उल्लेखनीय प्रगति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, एक्सिस बैंक के प्रेसिडेंट एंड हेड कार्ड्स एंड पेमेंट्स, संजीव मोघे ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह सीमा पार धन प्रेषण की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम सभी जानते हैं कि कैसे यूपीआई ने घरेलू भुगतान में क्रांति ला दी और अब हम सीमा पार भुगतान के क्षेत्र में भी इसी तरह की क्रांति देखने जा रहे हैं।"