फिलॉन्थ्रॉफिस्ट्स व टेक्नोलॉजी पायनियर्स ने दो दिवसीय ‘"अचीविंग माइलस्टोन विद ह्यूमैनिटी’ की मेजबानी की


जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में छात्र- छात्राओं, युवाओं और कॉर्पोरेट क्षेत्र के कुशल विशेषज्ञों को मोटिवेट किया।

जयपुर। दुनिया तेजी से चूहे की दौड़ में शामिल होने की होड़ में लगी है। इस दौड़ के साथ तेजी से हमारे अंदर की नैतिकताएं और मूल्य भी हर दिन पीछे छूटती जा रही हैं। लगातार छात्र-छात्राएं स्वयं को साबित करने की होड़ में लगे हैं। उनके मन मस्तिष्क में अजीब किस्म की जद्दोजहद चल रही है। आगे बढ़ने के संघर्ष का सामना करते हुए वे गलाकाट प्रतियोगिता का हिस्सा बन चुके हैं। ये युवा पेशेवर तेजी से भागती कॉर्पोरेट दुनिया में अपनी योग्यता साबित करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। इनका मकसद है तो बस रेस में आगे बने रहना।

जीवन में लगातार ह्यूमैनिटी का अभ्यास करें:-

हमारे आपके दिलों में ह्यूमैनिटी बची रहे, इस उद्देश्य से पावर कपल, फिलांथ्रॉफिस्ट्स व टेक्नोलॉजी पायनियर्स ‘विमल डागा व प्रीती डागा’ ने 2 व 3 जुलाई को कार्यक्रम की मेज़बानी की। जो कि ‘अचीविंग माइलस्टोन विद ह्यूमैनिटी’ विषय पर हुआ। इस दौरान 

कार्यक्रम में लेट्स डिजाइन लाइफ के संस्थापक संजीव सचदेवा,टेक्नोलॉजी लीडरशिप एंड एम्पावरमेंट कोच के उज्जवल छबलानी, हर्षित भाटिया, पूजा, निदेशक संचालन पार्थ बिसानी, आबिद मट्टू, सीनियर पार्टनर मैनेजर, रेड हैट इंडिया, उमेश मूलराजनी, माइंड एंड बॉडी उपस्थित रहे। एनर्जी हीलर, डॉ. विक्रम यादव, फिजियोथेरेपिस्ट, अंशुल सक्सेना, प्रोफेशनल फिटनेस कोच, मेधा चतुर्वेदी मौजूद रहे। यहां मौजूद स्पीकर्स ने युवाओं को पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ मैनेज करने की सलाद हेते हुए कहा, आगे भागने की रेस में अपने स्वास्थ्य के साथ बिल्कुल भी कॉम्प्रोमाइज न करें। जिंदगी में आगे बढ़ने के क्रम में एक्सर्पट्स ने फिटनेस और हैल्दी लाइफ का महत्व समझाया।   

विश्व रिकॉर्ड धारक व आईआईईसी एंड जज़्बा, यूथ फेस्टिवल के संस्थापक विमल डागा के अनुसार, "यह कार्यक्रम शिक्षा के परिप्रेक्ष्य बदलने प्रयास था। इस मौके पर उन्होंने दैनिक जीवन में मानवता का अभ्यास करने के महत्व पर खासतौर से जोर दिया। जो हमारी रोज़मर्रा के जीवन में अहम भूमिका निभाती है। इस मौके पर मौजूद प्रीति डागा ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘इस कार्यशाला का उद्देश्य है कि समाज के हर पहलु का बराबर रूप से उत्थान हो। मार्क्स के पीछे व नौकरी की भागदौड़ के बीच मन की शांति कायम रह सके। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों के यंग अचीवर्स और प्रोफेशनल्स को उनकी उपलब्धियों और समाज में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।’

विमल डागा ने लाइफस्टाइल मैनेजमेंट,फिटनेस और करियर काउंसलिंग पर दी गाइडेंस:-

कार्यक्रम के दौरान मौजूदा शिक्षा प्रणाली और कॉर्पोरेट में ह्यूमैनिटी और ह्यूमन वैल्यूज बनी रहे, इन्हीं विषयों पर जोर दिया गया। असल एम्पलॉय व एम्पलायर का सम्बंध कैसा दिखता है जैसे विषयों पर चर्चा हुई। लाइफ स्टाइल मैनेजमेंट, फिटनेस, वर्क लाइफ बैलेंस, करियर काउंसलिंग जैसे कई विषयों पर लाइव कोचिंग सेशंस हुए। आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से स्टूडेंट्स और युवा प्रोग्राम का हिस्सा बने। टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वाले युवाओं ने महिला सुरक्षा, जैविक कृषि, अपराध प्रबंधन, कोविड नियंत्रण, जैसे विभिन्न मुद्दों पर स्वयं तैयार की टेक्नोलॉजी इस मंच पर शेयर की। आखिर में विमल ने कहा, ‘हम आभारी हैं कि इस कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों में मानवता के बीज बोने और इस दुनिया को बेहतर जगह बनाने की प्रक्रिया में योगदान दे पाए।’

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