सस्टेनेबिलिटी संबंधी प्रयासों के लिए एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स को मिली एक और मान्यता
भारत में एसीसी और अंबुजा ने दीर्घकालिक लिहाज से नेट जीरो के प्रति अपनी
मजबूत प्रतिबद्धता व्यक्त की है जो सस्टेनेबिलिटी में अग्रणी बनने के लिए मूल
कंपनी के दृष्टिकोण से निकटता से जुड़ा हुआ है। एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स में
नेतृत्व ने ‘प्रॉफिट विद परपज’ को अपने मार्गदर्शक के रूप में स्वीकार करते हुए
अपनी संबंधित कंपनियों का गठन करने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
होल्सिम इंडिया के सीईओ और अंबुजा सीमेंट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ
नीरज अखौरी ने कहा, ‘‘सस्टेनेबिलिटी को
मुख्यधारा में लाना भारतीय सीमेंट उद्योग द्वारा की गई सबसे महत्वपूर्ण सकारात्मक
कार्रवाई है। हमारा सस्टेनेबिलिटी एजेंडा और नेट ज़ीरो की स्थिति को हासिल करने का
रोडमैप 2050 तक नेट जीरो कार्बन
कंपनी बनने की होल्सिम की प्रतिबद्धता के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है, जिसे स्पष्ट रूप से साइंस बेस्ड टार्गेट्स के
माध्यम से मापा जाएगा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए उत्पादों और प्रक्रियाओं दोनों
में निवेश कर रहे हैं कि हम एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स में जो कुछ भी करते हैं वह
इस बड़े और दीर्घकालिक लक्ष्य के अनुरूप ही हो।’’
2021 में एसीसी भारतीय
निर्माण क्षेत्र की पहली ऐसी कंपनी बनी, जिसने विज्ञान आधारित लक्ष्य पहल द्वारा अनुमोदित 2030 मध्यवर्ती लक्ष्यों के साथ ‘बिजनेस एम्बिशन फॉर 1.5 डिग्री सेल्सियस’ से संबंधित प्रतिबद्धता
पर हस्ताक्षर किए, जिसके बाद अंबुजा
सीमेंट्स ने भी उसी प्रतिबद्धता पर हस्ताक्षर किए। एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स ने
निर्माण सामग्री क्षेत्र के भीतर एक सस्टेनेबल इकोसिस्टम बनाने की दिशा में कई पहल
की हैं। जैव ईंधन पर अपने सीमेंट ले जाने वाले जहाजों को चलाने से लेकर वेस्ट हीट
रिकवरी सिस्टम और बड़े कैप्टिव अक्षय ऊर्जा स्रोतों में निवेश करने तक, दोनों कंपनियां एक हरित भविष्य बनाने की दिशा
में भारतीय निर्माण सामग्री उद्योग में सबसे आगे हैं।
एसीसी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्रीधर बालकृष्णन ने कहा, ‘‘एसीसी एक सस्टेनेबल फ्यूचर बनाने की दिशा में
अपनी बड़ी जिम्मेदारी को पहचानती है। हम अपने नेट ज़ीरो लक्ष्य के करीब आने के लिए
संपूर्ण वैल्यू चेन के भीतर सभी अवसरों का उपयोग करते हुए लगातार प्रयास कर रहे
हैं। आज हमारे बड़े और छोटे सभी व्यावसायिक निर्णय सस्टेनेबिलिटी के अनुरूप हैं और
अच्छी खबर यह है कि हम अपनी प्रक्रियाओं में ऊर्जा और पानी सहित सभी महत्वपूर्ण
सस्टेनेबिलिटी मेट्रिक्स में निरंतर सुधार देख रहे हैं।’’
श्री अखौरी और श्री बालकृष्णन ने देश में भविष्य के लिए तैयार सीमेंट
क्षेत्र के निर्माण में होल्सिम इंडिया के प्रयासों को मान्यता देने के लिए
पुरस्कार आयोजकों और विशेषज्ञ निर्णायक मंडल को धन्यवाद दिया।