अंबुजा सीमेंट्स के सस्टेनेबिलिटी संबंधी प्रयासों ने हासिल की एक और उपलब्धि

मुंबई,10 मई, 2022- वैश्विक निर्माण सामग्री समूह होल्सिम की एक इकाई अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने 2021 कैपरी ग्लोबल कैपिटल हुरुन इंडिया इम्पैक्ट 50 में 5 वां रैंक हासिल किया है। हुरुन इंडिया इम्पैक्ट 50 में भारत में मुख्यालय वाली शीर्ष 50 कंपनियों को शामिल किया गया है। अंबुजा सीमेंट्स को संयुक्त राष्ट्र के 17 एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) के साथ इसके प्रयासों के आधार पर स्थान दिया गया। यह रैंकिंग भारत के सीमेंट क्षेत्र में सस्टेनेबल फ्यूचर बनाने की दिशा में प्रभावशाली कार्य करने और उच्च बेंचमार्क बनाने की दिशा में कंपनी के प्रभावशाली कामकाज की पहचान करती है।

2021 कैपरी ग्लोबल कैपिटल हुरुन इंडिया इम्पैक्ट 50 के पुरस्कार प्रशस्ति पत्र में तीन प्रमुख संयुक्त राष्ट्र एसडीजी, अर्थात सस्टेनेबल शहरों और समुदायों, स्वच्छ जल और स्वच्छता में अंबुजा सीमेंट्स के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला गया।

अंबुजा सीमेंट्स ने अपनी मूल कंपनी होल्सिम के नेट ज़ीरो प्लान और सस्टेनेबिलिटी संबंधी रणनीति के साथ खुद को जोड़ा है। कंपनी ने 2030 कार्बन उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य विकसित किए हैं जिन्हें साइंस बेस्ड टार्गेट इनिशिएटिव्स (एसबीटीआई) द्वारा मान्य किया गया है। कंपनी ने डीकार्बाेनाइजेशन रोडमैप को लागू करने के लिए भारत केएसबीटीआई इनक्यूबेटर प्रोग्राम कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (सीडीपी) के साथ भागीदारी की है।

नीरज अखौरी, सीईओ होल्सिम इंडिया और मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, अंबुजा सीमेंट्स ने कहा, ‘‘सस्टेनेबिलिटी को मुख्यधारा में शामिल करना दरअसल वैश्विक सीमेंट उद्योग द्वारा की गई सबसे महत्वपूर्ण सकारात्मक कार्रवाई है। हमारा सस्टेनेबिलिटी एजेंडा और नेट ज़ीरो हासिल करने का रोडमैप 2050 तक शुद्ध शून्य कार्बन कंपनी बनने की होलसिम की प्रतिबद्धता के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है जिसे स्पष्ट रूप से विज्ञान-आधारित लक्ष्यों द्वारा मापा जाएगा। हम यह सुनिश्चित करने के लिए उत्पादों और प्रक्रियाओं दोनों में निवेश कर रहे हैं कि हम अंबुजा सीमेंट्स में जो कुछ भी करते हैं वह इस बड़े और दीर्घकालिक लक्ष्य के अनुरूप हो।’’

अंबुजा सीमेंट्स वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम जैसे स्वच्छ ऊर्जा प्रयासों में भी निवेश कर रही है, ताकि क्लिंकर फैक्टर, ऊर्जा दक्षता (थर्मल और इलेक्ट्रिकल) को कम किया जा सके। साथ ही कंपनी अपशिष्ट से उत्पन्न संसाधनों/वैकल्पिक ईंधन, वर्षा जल संचयन, और ईंधन संरचना को अनुकूलित करते हुए अक्षय ऊर्जा का उपयोग भी कर रही है। कंपनी ने चूना पत्थर कैल्सिनडक्ले सीमेंट जैसे ग्रीन प्रोडक्ट्स को विकसित करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी के साथ करार किया है, जो इसके कार्बन फुटप्रिंट को और कम करने में मदद करेगा। वैश्विक स्तर पर अंबुजा सीमेंट्स पहली ऐसी सीमेंट कंपनी थी, जिसे जल सुरक्षा के लिए सीडीपी 2021 ‘ए’ सूची में नामित किया गया था। यह अपने भट्टों पर प्लास्टिक कचरे की को-प्रोसेसिंग के माध्यम से 8 गुना वाटर पॉजिटिव और 2.5 गुना प्लास्टिक निगेटिव है। अंबुजा सीमेंट कंपनी सीमेंट बनाने में फ्लाई ऐश और स्लैग जैसे अपशिष्ट उत्पन्न संसाधनों के उपयोग को भी बढ़ा रहा है। कंपनी ने 2021 में 8.6 मीट्रिक टन ऐसे संसाधनों की खपत की।

कंपनी ने निर्माण सामग्री क्षेत्र के भीतर एक सस्टेनेबल इकोसिस्टम बनाने की दिशा में कई पहल की हैं। अपने सीमेंट ले जाने वाले जहाजों को जैव ईंधन पर चलाने से लेकर वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम और बड़े कैप्टिव नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों में निवेश करने तक, अंबुजा सीमेंट्स भारतीय भवन निर्माण सामग्री उद्योग को एक हरित भविष्य बनाने में अग्रणी बनाती है।

Popular posts from this blog

पीएनबी मेटलाइफ सेंचुरी प्लान - आजीवन आय और पीढ़ियों के लिए सुरक्षा

किराया माफ़ी अभियान की सफलता ने जन्म दिया अॉल किराएदार महासंघ को

एंटेरो हेल्थकेयर सॉल्यूशंस लिमिटेड ने सेबी के समक्ष दाखिल किया ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी)