साहित्य समर्था ने अयोजित किया अंतर महाविद्यालय स्व रचित कविता पाठ प्रतियोगिता
साहित्य समर्था, त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका और कानोड़िया महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज कानोड़िया कॉलेज परिसर में ‘अंत:महाविद्यालय स्वरचित कविता पाठ’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
मेरी कविता को माँ झंकार दे,ज्ञान का दान दे.... सरस्वती वंदना से डॉ. शीताभ शर्मा ने शुरूआत की
कार्यक्रम के आरम्भ में ‘साहित्य समर्था ‘ संपादक नीलिमा टिक्कू ने कहा कि युवा छात्राओं में कविता लेखन के प्रति रूचि जगाने के लिए तथा युवाओं की प्रतिभा तराशने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में विजेता छात्राओं को समर्था की तरफ़ से नक़द पुरस्कार राशि एवं ट्रॉफ़ी के साथ ही उनकी चुनी गई कविताओं को प्रकाशित किया जायेगा।बेटियों में प्रतिभा बहुत है उसे निखारने की ज़रूरत है। उनको समानता की नज़र से देखा जाना चाहिए।
प्रतियोगिता में कॉलेज की 31 छात्राओं ने अपनी कविताएं भेजी जिनमें से 21 छात्राओं की लिखी कविताएं चुनी गईं।
कार्यक्रम में युवा छात्राओं ने विभिन्न विषयों यौन शोषण, बेटियों की घर - समाज में स्थिति, पिता-पुत्री का स्नेह,नारी की स्थिति, प्रकृति, पर स्वरचित मार्मिक कविताएं सुनाईं।
विजेता रहीं छात्राओं में
प्रथम पुरस्कार सुश्री यशवन्ती जुगतावत की कविता’एक सुनी अनसुनी कहानी’ को, द्वितीय पुरस्कार सुश्री पल्ल्वी माथुर , एम.ए.पूर्वार्द्ध की कविता ‘मैं एक पेड़ हूँ ‘। तृतीय पुरस्कार सुश्री अदीबा तेहरीम की कविता ‘अरमानों की गुडिया’ दो सांत्वना पुरस्कार प्रियंका मिश्रा , बी.ए. तृतीय वर्ष की कविता ‘ वीरता’ और सुश्री मोहिनी , बी.सी.ए, तृतीय वर्ष की कविता ‘पापा’को प्रदान किये गये
विजेताओं को नक़द पुरस्कार एवं ट्रॉफ़ी साहित्य समर्था पत्रिका की संपादक नीलिमा टिक्कू के सौजन्य से मंचस्थ अतिथियों ने प्रदान किये ।कानोड़िया कॉलेज और साहित्य समर्था की ओर से सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिए गए।
प्रतियोगिता की निर्णायक :-नीलिमा टिक्कू , कवयित्री शकुंतला सरूपरिया और डॉ. रेखा गुप्ता रहीं।
संपादक नीलिमा टिक्कू ने सुश्री शकुंतला सरूपरिया और डॉ. रेखा गुप्ता को निर्णायक सम्मान ट्रॉफ़ी तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शीताभ शर्मा को समन्वयक सम्मान ट्रॉफ़ी प्रदान की।
कार्यक्रम का सफल आयोजन डॉ. शीताभ शर्मा, डॉ. रेखा गुप्ता , हिन्दी विभाग, कानोड़िया कॉलेज ने किया और संचालन सुश्री पल्लवी माथुर ने किया।
कवयित्री शकुंतला सरूपरिया ने छात्राओं की कविताओं पर अपने विचार व्यक्त करते हुए बेटियों से सम्बंधित कविताएं मधुर स्वर में सुनाकर सभागार को स्पंदित कर दिया।
इस अवसर पर ‘साहित्य समर्था’ पत्रिका के मैत्रेयी पुष्पा विशेषांक का विमोचन नीलिमा टिक्कू , डॉ. सीमा अग्रवाल , डॉ.रेखा गुप्ता, डॉ.शीताभ शर्मा और शकुन्तला सरूपरिया ने किया ।
कार्यक्रम में शहर के साहित्यकार ,डॉ. कविता माथुर, सावित्री चौधरी, राज चतुर्वेदी ,भाग्यम शर्मा, रितु सिंह, स्नेह लता परनामी, डॉ.ज्योति जोशी,उषा रस्तोगी ,शशि सक्सेना, डॉ. अपर्णा चतुर्वेदी कल्पना गोयल,आशा पाराशर,डॉ. साधना रस्तोगी, डॉ. अलका जैन, डॉ. दिव्या माथुर, मनोरमा शर्मा ‘मनोरम’ तथा शिक्षाविदों के साथ कॉलेज छात्राओं की गरिमा पूर्ण उपस्थित रही।
कानोड़िया महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ. सीमा अग्रवाल ने सबका आभार प्रकट किया।