फुलेरा विधानसभा में भाजपा चारों खाने चित : " जनता ने भाजपा को नकारा, हाथ का पकड़ा साथ "

-- रेनवाल में 35 में से 18 सीटों पर कांग्रेस

-- फुलेरा में 25 में से 14 पर कांग्रेस

-- सांभरलेक में मुकाबला बराबरी का, निर्दलीयों पर दारोमदार

--  20 दिसंबर को होना है बोर्ड अध्यक्ष का निर्वाचन

नवीन कुमावत

जयपुर। जयपुर जिला ग्रामीण में 10 नगर पालिकाओं के निकाय चुनाव में कांग्रेस ने लगभग सभी पर मोर्चा जीत लिया है। जिले की चाकसू नगर पालिका को छोड़कर सभी 9 नगर पालिकाओं में कांग्रेस को बढ़त मिली है। चाकसू में भी बाजी निर्दलीयों के हाथ में ही है, यहां 35 सीटों में से 13 पर भाजपा, 11 सीटों पर कांग्रेस और 11 सीटों पर निर्दलीय काबिज हुए हैं। जिले में चोमू में भाजपा विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा के गढ़ में धराशायी कर 45 में से कांग्रेस ने 30 सीटें हासिल कर करारा प्रहार जड़ दिया है। वहीं, भाजपा के फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत के अभेद्य गढ़ में भी सालों बाद कांग्रेस ने वर्चस्व कायम कर दिया है। फुलेरा में 25 में से 14 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया और भाजपा 9 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है। वहीं 2 सीटों पर निर्दलीय काबिज हुए हैं। भाजपा का 15 सालों से अभेद्य किला किशनगढ़ रेनवाल भी कांग्रेस के कर्मठ युवा नेतृत्व ने अनुभवी नेताओं के साथ मिलकर भेद दिया है। किशनगढ़ रेनवाल के निकाय चुनाव परिणामों के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत को विधानसभा क्षेत्र में जनता ने नकार दिया है। करीब 15 सालों बाद कांग्रेस ने ईमानदार, बेदाग और स्वच्छ छवि के युवा अमित कुमार ओसवाल के नेतृत्व में भाजपा के किले को ढहा दिया है। सांभरलेक में कांग्रेस ने 25 में से 9 सीट हासिल की, वही भाजपा ने भी बराबरी करते हुए 9 सीट हासिल कर मुकाबला बराबर का रखा। यहां निर्दलीय 7 सीटों पर काबिज हुए। सांभर लेक में सत्ता की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है। पूरे जयपुर जिले का चुनावी हाल जाने तो, कोटपुतली में 40 में से कांग्रेस ने 8, भाजपा ने 8 और निर्दलीयों ने 24 सीट हासिल की है। यहां बाजी पूरी तरह से निर्दलीयों के नियंत्रण में है। विराटनगर में 25 में से 15 सीटें कांग्रेस ने और 5 सीटें भाजपा ने तो पांच ही निर्दलीयों ने हासिल की हैं। शाहपुरा में 35 में से 15 सीटें कांग्रेस ने 14 सीटें भाजपा ने और छह सीटें निर्दलीयों ने हासिल की है। यहां भी सत्ता की चाबी निर्दलीय के हाथ में है। चोमू में कांग्रेस ने धमाका करते हुए 45 में से 30 सीटें हासिल की हैं। चोमू में भाजपा ने 11, आरएलपी ने एक और निर्दलीयों ने 3 सीटें हासिल की। जोबनेर में 20 में से 13 सीटों पर कांग्रेस जीती। वहीं भाजपा 5 पर और निर्दलीयों ने दो पर जीत हासिल की। बगरू में 35 में से 16 सीटों पर कांग्रेस, 11 पर भाजपा और आठ पर निर्दलीयों ने कब्जा किया। यहां भी निर्दलीयों के हाथ में सत्ता की चाबी है। चाकसू में 35 में से भाजपा 13 और कांग्रेस 11 सीटें हासिल कर पाई, तो वहीं निर्दलीय 11 सीटों पर जीते। जिले में कुल 320 में से 149 सीट कांग्रेस ने, भाजपा ने 95 और निर्दलियों 75 सीट जीती हैं। अब देखना यह है कि कांग्रेस अपनी मजबूत स्थिति को बनाए रख पाती है या भाजपा निर्दलीयों में सेंधकर बाजी मारती है। 

तीन नगर पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय :

किशनगढ़ रेनवाल, जोबनेर और फुलेरा में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर कांग्रेस का काबिज होना लगभग तय माना जा रहा है। वहीं सांभर में भाजपा - कांग्रेस बराबर सीट ले चुकी हैं, और चाबी निर्दलीयों के हाथ में है। 

दोनों पार्टियों ने की बाड़ाबंदी  : भाजपा - कांग्रेस दोनों पार्टियों ने अपने अपने स्तर पर अपने उम्मीदवारों को अज्ञात स्थानों पर ले जाकर बाडाबंदी कर ली है। कुछ निर्दलीय को भी बाड़ाबंदी में ले जाया गया है। जिससे जीत सुनिश्चित की जा सके।

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