किराया माफ़ी अभियान की सफलता ने जन्म दिया अॉल किराएदार महासंघ को


-महासंघ के अध्यक्ष अनीष कुमार ने प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री को खुला पत्र लिख लोकडाउन दौर का पूरा किराया माफ़ करने तथा किरायेदारों को मानसिक प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने की अपील की


जयपुर . कोरोना महामारी के चलते लोग टाउन के प्रथम फ़ेज़ के प्रथम सप्ताह शुरू हुए किराया माफ़ी की अभियान की सफलता ने ओल किरायेदार महासंघ के रूप में किरायेदारों के एक बड़े संगठन को जन्म दे दिया है ,ओल किरायदार महासंघ का अध्यक्ष किराया माफ़ी अभियान के प्रणेता अनीष कुमार को बनाया गया है. देश भर में चल रहे किराया माफ़ी अभियान के गांधीवादी रूप को जयपुर के सांगानेर तथा जगतपुरा के कोचिंग संचालकों के बीच में अॉल  कोचिंग इंस्टीट्यूट महासंघ के ततकालीन प्रदेश संयोजक अनीष कुमार के नेतृत्व में सफलता के साथ अंजाम दिया गया था. जिसे कोचिंग के माध्यम से ही दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित कोचिंग संस्थानों तथा महाराष्ट्र के मुंबई महानगर के कोचिंग संस्थानों के ज़रिये राष्ट्रव्यापी बनाया गया जिसके चलते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मकान मालिकों से किराया माफ़ी की अपील की . अॉल किराएदार महासंघ के अध्यक्ष अनीष कुमार कोरोना महामारी के चलते लोकडाउन समयावधि का पूरा किराया माफ़ करने तथा व्यापार की मंदी को देखते हुए आने वाले एक साल तक आधा किराया लेने के अभियान को गांधीवादी तरीक़े से आगे बढ़ा रहे हैं जिसके चलते अब कई स्थानों पर मकान मालिकों ने किराया माफ़ करना शुरू कर दिया है.कई अन्य संगठन भी इस अभियान का समर्थन करते हुए इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं. किरायेदारों की तकलीफ़ को उजागर करते हुऐ तथा मकान मालिकों से किराया माफ़ करने की अपील के साथ सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जा रहे हैं . इस अभियान के तहत हाल ही में अॉल किरायेदार महासंघ के अध्यक्ष अनीष कुमार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खुला पत्र भी लिखा जा चुका है जिसमें किरायेदारों की पीड़ा को समझते हुए शीघ्र  निदान की अपील की गई है. राष्ट्रीय हित में चलाए जा रहे हैं इस  किराया माफ़ी अभियान की सफलता को देखते हुए तेज़ी से लोग अॉल किरायेदार महासंघ के साथ जुड़ने लगे हैं. ओल किरायेदार महासंघ के अध्यक्ष अनीष कुमार ने विभिन्न सामाजिक संगठनों तथा राजनैतिक दलों से किराया माफ़ी अभियान के गांधीवादी स्वरूप का समर्थन करने की अपील की है साथ ही उन्होंने बताया कि अगर इसे राष्ट्रव्यापी बनाया जाता है तो यह देश की आर्थिक हालात को शक्ति प्रदान करेगा तथा लाखो व्यवसायों को बंद होने से रोकेगा जिससे बेरोज़गारी की वृद्धि दर में गिरावट आएगी जो इस समय बहुत आवश्यक है.


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