थीमेटिक और सेक्टोरल फंडों की बढ़ रही है मांग

अगर हम एएमएफआई के नवीनतम आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में म्यूचुअल फंड की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। यदि हम ' भारतीय घरेलू बचत आरबीआई डेटा 2023' की बात करें , तो लोगों द्वारा घरेलू बचत का 6% म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है। जुलाई , अगस्त और सितंबर महीने के एएमएफआई आंकड़ों के अनुसार थीमेटिक फंड और सेक्टोरल फंड की श्रेणी में महीने-दर-महीने आधार पर नियमित निवेश हो रहे हैं। दरअसल , सितंबर के एएमएफआई आंकड़ों के मुताबिक थीमेटिक श्रेणी में 3146.85 करोड़ रुपये का निवेश हुआ , जो इक्विटी श्रेणी में सबसे अधिक है। बैंकिंग सेक्टोरल फंड भी निवेशकों के बीच लोकप्रिय हैं। बैंकिंग सेक्टोरल फंड के जरिए बैंकिंग क्षेत्र पर दांव लगाकर निवेशक भारत के विकास में भाग ले सकते हैं। पिछले दस वर्षों में जब बीएसई सेंसेक्स ~203% बढ़ गया है तो बीएसई वेबसाइट के अनुसार , बीएसई बैंकेक्स 282% बढ़ गया है , जो बैंकिंग क्षेत्र के दीर्घकालिक बेहतर प्रदर्शन का संकेत देता है। माइक्रोफाइनेंस कंपनियों और फिनटेक कंपनियों को समग्र बैंकिंग क्षेत्र में विकास को गति प्रदान करते हुए देखा जा रहा है , जिसका