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गोदरेज अप्लायंसेज ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और ग्लोबल वेस्ट सॉल्यूशन के साथ ई - कचरा संग्रह अभियान के जरिए ई - कचरा के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए सहयोग किया

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जयपुर , 28 मार्च, 2022: गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और ग्लोबल वेस्ट सॉल्यूशन के सहयोग से हाल ही में राजस्थान में ई -कचरा संग्रह अभियान की घोषणा की। इस अभियान के जरिए 232 मीट्रिक टन (232,000 कि.ग्रा.) से अधिक ई-कचरा संग्रह किया गया। दो सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान को राजस्थान के 6 जिलों - अजमेर, पाली, बीकानेर, झुंझुनू, चूरू और सीकर में 2 मार्च को शुरू किया गया। अभियान के अंतर्गत, औद्योगिक इकाइयों, आवासीय क्षेत्रों, आरडब्ल्यूए, वाणिज्यिक बाजारों औरअनौपचारिक हॉट स्पॉट से ई - कचरा एकत्र किया गया, और अधिकृत रीसाइक्लिंगर्स और डिसमैंटलर्स को चैनलाइज्ड किया गया। छह शहरों से एकत्र 232 मीट्रिक टन (232,000 किलोग्राम) ई - कचरे में से 38.5 एमटी (38,500 किलोग्राम) ई - कचरे को आवासीय परिसरों से एकत्र किया गया था। इस कार्यक्रम के तहत 150 से अधिक आवासीय परिसरों को शामिल किया गया था, जहाँ रहने वाले लोगों को अधिक जागरूक किया गया। वर्षों से, गोदरेज   अप्लायंसेज ने भारत बनाम ई - कचरा अभियान के बैनरतले विभिन्न शहरों को कवर करते हुए कई कार्यक्रम चलाए

इंदिरा आईवीएफ एक दशक में 1 लाख आईवीएफ को सफल बनाने वाली पहली स्पेशियाल्टी चेन बनी

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मुंबई , 25 मार्च , 2022: इनफर्टिलिटी उपचार अस्पतालों में भारत की प्रमुख चेन, इंदिरा आईवीएफ ने 1,00,000 आईवीएफ को सफल बनाया है। यह देश की पहली आईवीएफ सिंगल-स्पेशियाल्टी चेन है जिसने सभी के लिए यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के महत्व पर जोर देते हुए 10 वर्षों की अवधि में इस उपलब्धि को हासिल किया है। इंदिरा आईवीएफ ने पाया है कि इनके केंद्रों पर आने वाली सभी महिला रोगियों में इनफर्टिलिटी के दो प्रमुख कारण हैं - पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) और ब्लॉक्ड फैलोपियन ट्यूब बांझपन; जबकि पुरुषों में इनफर्टिलिटी का प्रमुख कारण शुक्राणुओं की कम संख्या है। एक उद्देश्यपूर्ण संगठन के रूप में, इंदिरा आईवीएफ ने देश के दूरदराज के हिस्सों तक गुणवत्तापूर्ण उपचार की पहुंच पर जोर दिया है। संगठन ने देश भर में 700 फिजिकल कैम्प्स के जरिए 60,000 कपल्स को जागरूक करने का काम किया है। कोविड -19 के दौरान भी, डिजिटल एकीकरण और व्यक्तिगत परामर्श के साथ प्रयास जारी रहे। इसके 107 केंद्रों में से 50 प्रतिशत से अधिक केंद्र टियर 2 और टियर 3 स्थानों में स्थित हैं, जिन्होंने इनफर्टिलिटी के चिकित्सा उपचार के बारे में जागरूकता पै

इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और एस्ट्राजेनेका इंडिया ने इस विश्व किडनी दिवस के लिए 'किडनी हेल्थ फॉर ऑल' थीम को पूरा करने के लिए सहयोग किया

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मुंबई  21 मार्च 2022 : इस विश्व किडनी दिवस पर, इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन), जो भारत में नेफ्रोलॉजिस्ट्स का सबसे बड़ा प्रोफेशनल संगठन है  और दुनिया भर में किडनी को स्वस्थ बनाये रखने के लिए समर्पित है, और एस्ट्राजेनेका, जो विज्ञान-आधारित बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है, ने किडनी की देखभाल एवं संबंधित स्वास्थ्य विकारों के बारे में जनजागरूकता पैदा करने, शीघ्र निदान पर प्राथमिक देखभाल चिकित्सक स्तर पर जानकारी प्रदान करने, त्वरित प्रबंधन और जोखिमपूर्ण रोगियों और आम लोगों के लिए राष्ट्रव्यापी जाँच में सहायता देने के लिए बहुवर्षीय साझेदारी की घोषणा की। इसका उद्देश्य समय से पहचान और समग्र प्रबंधन है। क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) आज वैश्विक मृत्यु दर और रुग्णता का एक प्रमुख कारण बन गया है। भारत में, सीकेडी का सबसे आम कारण डायबिटिक नेफ्रोपैथी है। अध्ययन का अनुमान है कि भारत में एंड स्टेज किडनी डिजीज (ईएसकेडी) से पीड़ित रोगियों की संख्या, जो या तो डायलिसिस पर हैं या जिनका प्रत्यारोपण निर्धारित है, प्रति वर्ष 100,000 से अधिक है। यह भी अनुमान लगाया गया है कि 10 में से 9 मरीज शायद यह भी नहीं जानत

वर्ल्‍ड हेल्‍थ एंड वेबीइंग फेस्‍ट के समापन पर अभिज्ञान प्रकाश ने पत्रकारों के गिरते स्तर पर जमकर कोसा

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इमोशनल हेल्‍थ का ध्‍यान रक्ख्रें – बी के शिवानी आशा पटेल  जयपुर:   होटल क्‍लार्क्‍स आमेर ,  जयपुर में तीन दिनों तक चलने वाले वर्ल्‍ड हेल्‍थ एंड वेबीइंग फेस्‍ट का  समापन हो गया .इस इवेंट के पहले संस्‍करण में 20 से अधिक देशों के प्रतिनिधि आए और उन्‍होंने आकर्षक सत्रों में भाग लिया। इन 3  दिनों में 100 से अधिक स्‍पीकर्स ने 30 से अधिक सत्रों में कई सारे विषयों पर अपने बहुमूल्‍य विचार साझा किए।  डब्‍ल्‍यूएचडब्‍ल्‍यूएफ के को-फाउंडर मुकेश मिश्रा जी ने कहा  '' हमारा यह प्रयास रहा कि हम भारत में एक ऐसा मंच तैयार करें जो हेल्‍थ और वेलनेस के महत्व को उजागर करे और हमारी दौड़ती - भागती जिंदगी के कारण जो हेल्‍थ से जुड़ी कई तरह की समस्‍याएं पैदा हो रही हैं और हम कुछ आसान दैनिक अभ्‍यासों की सहायता से उन पर कैसे काबू पा सकते हैं उस ओर आम आदमी का ध्यान खींचे।  डब्‍ल्‍यूएचडब्‍ल्‍यूएफ के को-फाउंडर पंडित मुकेश भारद्वाज ने कहा कि “मैं जयपुर शहर ,  यहां के लोगों ,  सभी गणमान्य व्यक्तियों ,  वक्ताओं ,  मॉडरेटरों और उपस्थित लोगों का आभारी हूं ,  जिन्होंने इस मंच के लिए हमारे नजरिए को समझा और इस आयोजन क

हेल्‍थ और वेलनेस फेस्टिवल हेतु गुलाबी शहर हुआ तैयार, होटल क्‍लार्क्‍स आमेर में 3 दिन होगी हेल्‍थ और वेलनेस पर चर्चा

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लक्ष्‍मी पंत ,  एचएच आचार्य लोकेश मुनि ,  अनु कपूर ,  मिकी मेहता ,  बीके शिवानी ,  योग ऋषि विश्व केतु ,  अनिल सिंघवी ,  अभिज्ञान प्रकाश और जगदीश चंद्र सहित 100 से अधिक हस्तियां होंगी शामिल आशा पटेल  जयपुर:  वर्ल्‍ड वेल्‍थ और वेलनेस फेस्टिवल के शुरू होने में बस दो दिन  बाकी है ,  इस अवसर पर दुनिया के पहले हेल्‍थ एवं वेलनेस फेस्टिवल के आगाज से पहले आज जयपुर में एक खास शाम का आयोजन किया गया।  फेस्टिवल के आयोजक मुकेश मिश्रा ,  पं. मुकेश भारद्वाज और नरीश्‍यंत शर्मा एवं कार्यक्रम के संरक्षक पंडित सुरेश मिश्रा ने बताया  कि लक्ष्‍मी पंत ,  एचएच आचार्य लोकेश मुनि ,  अनु कपूर ,  मिकी मेहता ,  बीके शिवानी ,  योग ऋषि विश्व केतु ,  अनिल सिंघवी ,  अभिज्ञान प्रकाश ,  जगदीश चंद्र सहित देश विदेश से हेल्‍थ और वेलनेस से जुड़ी विभिन्‍न विधाओं के 100 से अधिक हस्तियां शामिल होंगी।   यह फेस्टिवल 17 से 19 दिसंबर    तक चलेगा और साथ ही साथ वर्जुअल सत्रों का लाइव प्रसारण भी होता रहेगा।   डब्‍ल्‍यूएचडब्‍ल्‍यूएफ के फाउंडर  मुकेश मिश्रा ने बताया कि  ''   दुनिया भर से इस फेस्टिवल के वक्ता भारत में होने वाले

Healthjobs.One नर्सिंग सम्मेलन ने नर्सिंग स्टाफ के लिए पेश किए सर्वश्रेष्ठ अवसर, यह मंच हेल्थकेयर पेशेवरों को एक ही मंच पर लाया

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नई दिल्ली, 1 दिसंबर 2021: एशिया के सबसे बड़े हेल्थकेयर ऐड-टेक ब्राण्ड मेडवर्सिटी की पहल और भारत के एकमात्र हेल्थकेयर जॉब पोर्टल- Healthjobs.One ने दिल्ली ने नर्सिंग कम्युनिटी के लिए एक विशेष सम्मेलन ‘न्यू फ्रन्टियर्स इन नर्सिंग- सस्टेन्ड ग्रोथ एण्ड अर्पोच्युनिटीज़’ का आयोजन किया। नर्सें हेल्थकेयर सिस्टम का केन्द्र हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए मेडवर्सिटी के सीईओ जेराल्ड जयदीप ने देश में नर्सों के करियर के बारे में बात करते हुए सत्र की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि समुदाय में प्रशिक्षित एवं कुशल नर्सों की उपलब्धता से हेल्थकेयर में बेहतर परिणाम पाए जा सकते हैं। हेल्थकेयर एवं नर्सिंग क्षेत्र से जाने-माने प्रवक्ताओं ने इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इन प्रवक्ताओं में शामिल थेः प्रोफेसर (डॉ.) बिमला कपूर- चेयरपर्सन, नेशनल नर्सिंग कमीशन विनोद कृष्णा कुट्टी- नर्सिंग डायरेक्टर, मेदान्ता द मेडिसिटी नोमिता सरकार- हैड ऑफ नर्सिंग सर्विसेज़, मणिपाल, हॉस्पिटल्स शालु कक्कड़- वाईस प्रेज़ीडेन्ट, रिक्रूटमेन्ट एण्ड ऑपरेशन्स, अपोलो एजुकेशन यूके मैरीलाईन फ्लिन्सी- नर्सिंग प्रिंसिपल, अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग

एस्ट्राजेनेका ने राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट के साथ मिलकर क्रोनिक लिम्‍फोसायटिक ल्यूकेमिया (सीएलएल) से पीडि़त मरीजों के निदान एवं उपचार में सहायता हेतु प्रोजेक्‍ट चैरियट लॉन्‍च किया

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जयपुर, 12 नवम्बर, 2021ः  एस्ट्राजेनेका इंडिया (एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड), जो एक अग्रणी विज्ञान-आधारित बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी है, ने भारत में क्रोनिक लिम्फोसायटिक ल्यूकेमिया (सीएलएल) से पीडि़त मरीजों के निदान एवं उपचार में सहायता हेतु 'प्रोजेक्‍ट चैरियट' पहल शुरू की। उत्‍तर भारत और दिल्‍ली एनसीआर क्षेत्र में इस प्रोग्राम को राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट (आरजीसीआई) के साथ रणनीतिक‍ सहयोग के जरिए शुरू किया गया है। इस पहल के जरिए, एस्‍ट्राजेनेका का उद्देश्‍य भारत के महत्‍वपूर्ण स्‍थानों में सीएलएल रेफरेंस लेबोरेटरीज (सीआरएल) की मदद करना है और पेरिफेरल हॉस्पिटल्‍स से उनके निकटतम सीआरएल को जोड़ने में सहायता करना है ताकि बीमारी से लड़ रहे मरीजों के लिए आवश्‍यक फिश पैनल एवं आईजीएचवी (IgHV) टेस्‍ट उपलब्‍ध कराया जा सके और देश भर में सीएलएल मरीजों के लिए टेस्‍ट की सुविधा बढ़ाई जा सके। क्रोनिक लिम्फोसायटिक ल्यूकेमिया एक प्रकार का कैंसर है जो उन कोशिकाओं से शुरू होता है जो लिम्फोसाइट्स नामक सफेद रक्त कोशिकाओं में बनती हैं। अस्थि मज्जा वह जगह है जहां इस प्रकार का रक्त कैंसर विकरा

स्ट्रोक के लगभग 70 फीसदी मामलों का या तो इलाज हो सकता है या इन्हें रोका जा सकता है : डॉ. विपुल गुप्ता

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गुरुग्राम: एक आकलन है कि दुनिया में स्ट्रोक से हर 40 मिनट पर एक व्यक्ति पीडि़त होता है और हर चार मिनट पर एक व्यक्ति की स्ट्रोक से मौत हो जाती है। 25 फीसदी आबादी जीवन के किसी न किसी मोड़ पर स्ट्रोक अटैक से पीडि़त होती है जबकि स्ट्रोक के 7080 फीसदी मामले हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल लेवल का ख्याल रखने से रोके जा सकते हैं। इसके अलावा जीवनशैली में बदलाव, उचित खानपान, पर्याप्त व्यायाम, वजन पर नियंत्रण रखने तथा धूम्रपान त्यागने से स्ट्रोक को रोका जा सकता है। स्ट्रोक रोकने का एक सबसे अच्छा तरीका शारीरिक श्रम करते रहना भी है। ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा बड़ा और दीर्घकालीन अपंगता का प्रमुख कारण माना जाता है। सही समय पर इलाज करने से नुकसान को कम किया जा सकता है, वहीं लोगों के लिए यह जानना भी जरूरी है कि मरीज के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर तत्काल उसे अस्पताल ले जाया जाए। जागरूकता सत्र का आयोजन आर्टेमिस एग्रिम इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज में न्यूरोइंटरवेंशन के प्रमुख और स्ट्रोक यूनिट के सह निदेशक डॉ.विपुल गुप्ता तथा स्ट्रोक न्यूरोलॉजी एंड न्यूरोइंटरवेंशनल सर्जरी के डॉ.राजश्रीनिवास पार्थसार

टाटा हेल्थ ने देश भर में ऑनलाइन कंसल्टेशन्स और स्वास्थ्य सेवाओं की डिजिटल इकोसिस्टम में की वृद्धि

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राष्ट्रीय , 20 अक्टूबर 2021:  टाटा ग्रुप के डिजिटल स्वास्थ्य विभाग टाटा हेल्थ ने उनके डिजिटल हेल्थ प्लेटफार्म को पूरे देश भर में उपलब्ध कराए जाने की घोषणा आज की। बेंगलुरु में लॉन्च किए गए इस ऑनलाइन कंसल्टेशन ऐप ने 6 लाख से अधिक लोगों की मदद की। लोगों के स्वास्थ्य और खुशी को हमेशा बढ़ाने के उद्देश्य के साथ , टाटा हेल्थ डॉक्टरों और विशेषज्ञों के व्यापक नेटवर्क के ज़रिए उनके साथ तुरंत परामर्श कर पाने की सुविधा प्रदान करता है , जिससे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपॉइंटमेंट के लिए समय गवाए बिना , तत्काल चिकित्सा सलाह पायी जा सकती है। उनके पास 15 से अधिक स्पेशलिटीज़ के स्पेशलिस्ट्स और सुपर-स्पेशलिस्ट्स हैं , साथ ही जनरल मेडिसिन डॉक्टर्स भी 24x7 उपलब्ध हैं। ऐप पर डॉक्टरों का चयन एक कठोर बहु-चरणीय चयन प्रक्रिया के द्वारा किया जाता है। ये खास तौर पर चुने गए डॉक्टर सहानुभूतिपूर्वक व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करते हैं , रोगी की जरूरतों को समझते हैं और केवल वही सुझाव देते हैं जो आवश्यक है। यहां यूज़र्स को एक व्यक्तिगत , पिन संरक्षित स्वास्थ्य लॉकर मिलता है , जिसमें उनके सभी मेडिकल रिकॉर्ड को ऑनल

ओवा इन्वेस्टमेंट एजुकेशन ने वेल्थ मैनेजमेंट में एनएसई एकेडमी प्रमाणित 6-महीने का प्रोग्राम लॉन्च किया

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मुंबई, 1 6 अक्टूबर, 2021: ओवाइन्वेस्टमेंट एजुकेशन , जो निवेश पेशेवरों और शिक्षाविदों द्वारा धन प्रबंधन में एक मजबूत कैरियर पथ को आगे बढ़ाने में छात्रों की सहायता करने हेतु स्थापित एक ऑनलाइन शिक्षा अकादमी है , ने वेल्थ मैनेजमेंट में नया ओएडब्‍ल्‍यूए-एनएसई अकादमी सह-प्रमाणित 6-महीने का कार्यक्रम शुरू किया है। अपनी तरह का यह पहला कार्यक्रम छात्रों को वित्तीय ज्ञान , व्यावहारिक अनुप्रयोग , साथ ही ग्राहकों की सहायता के लिए सॉफ्ट कौशल का एक अनूठा संयोजन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ओएडब्‍ल्‍यूएने हाल ही में ' फ्यूचर ऑफ वेल्थ मैनेजमेंट ' नामक एक वेबिनार पर वेल्थ मैनेजमेंट में 6 महीने का प्रोग्राम लॉन्च किया , जिसमें हिमांशु भगत , मैनेजिंग डायरेक्टर और हेड , वेल्थ मैनेजमेंट , जूलियस बेयर इंडिया , श्री अभिलाष मिश्रा , सीईओ , एनएसई अकादमी , प्रोफेसर (डॉ) कविता शर्मा , पूर्व अध्यक्ष दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय , निदेशक-इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और प्रिंसिपल , हिंदू कॉलेज , दिल्ली एवं श्री स्वरूप मोहंती , सीईओ - मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजरजैसे उद्योग के दिग्गज शामिल थे , जिन्हो