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Healthjobs.One नर्सिंग सम्मेलन ने नर्सिंग स्टाफ के लिए पेश किए सर्वश्रेष्ठ अवसर, यह मंच हेल्थकेयर पेशेवरों को एक ही मंच पर लाया

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नई दिल्ली, 1 दिसंबर 2021: एशिया के सबसे बड़े हेल्थकेयर ऐड-टेक ब्राण्ड मेडवर्सिटी की पहल और भारत के एकमात्र हेल्थकेयर जॉब पोर्टल- Healthjobs.One ने दिल्ली ने नर्सिंग कम्युनिटी के लिए एक विशेष सम्मेलन ‘न्यू फ्रन्टियर्स इन नर्सिंग- सस्टेन्ड ग्रोथ एण्ड अर्पोच्युनिटीज़’ का आयोजन किया। नर्सें हेल्थकेयर सिस्टम का केन्द्र हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए मेडवर्सिटी के सीईओ जेराल्ड जयदीप ने देश में नर्सों के करियर के बारे में बात करते हुए सत्र की शुरूआत की। उन्होंने बताया कि समुदाय में प्रशिक्षित एवं कुशल नर्सों की उपलब्धता से हेल्थकेयर में बेहतर परिणाम पाए जा सकते हैं। हेल्थकेयर एवं नर्सिंग क्षेत्र से जाने-माने प्रवक्ताओं ने इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इन प्रवक्ताओं में शामिल थेः प्रोफेसर (डॉ.) बिमला कपूर- चेयरपर्सन, नेशनल नर्सिंग कमीशन विनोद कृष्णा कुट्टी- नर्सिंग डायरेक्टर, मेदान्ता द मेडिसिटी नोमिता सरकार- हैड ऑफ नर्सिंग सर्विसेज़, मणिपाल, हॉस्पिटल्स शालु कक्कड़- वाईस प्रेज़ीडेन्ट, रिक्रूटमेन्ट एण्ड ऑपरेशन्स, अपोलो एजुकेशन यूके मैरीलाईन फ्लिन्सी- नर्सिंग प्रिंसिपल, अपोलो स्कूल ऑफ नर्सिंग

एस्ट्राजेनेका ने राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट के साथ मिलकर क्रोनिक लिम्‍फोसायटिक ल्यूकेमिया (सीएलएल) से पीडि़त मरीजों के निदान एवं उपचार में सहायता हेतु प्रोजेक्‍ट चैरियट लॉन्‍च किया

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जयपुर, 12 नवम्बर, 2021ः  एस्ट्राजेनेका इंडिया (एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड), जो एक अग्रणी विज्ञान-आधारित बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी है, ने भारत में क्रोनिक लिम्फोसायटिक ल्यूकेमिया (सीएलएल) से पीडि़त मरीजों के निदान एवं उपचार में सहायता हेतु 'प्रोजेक्‍ट चैरियट' पहल शुरू की। उत्‍तर भारत और दिल्‍ली एनसीआर क्षेत्र में इस प्रोग्राम को राजीव गांधी कैंसर इंस्टिट्यूट (आरजीसीआई) के साथ रणनीतिक‍ सहयोग के जरिए शुरू किया गया है। इस पहल के जरिए, एस्‍ट्राजेनेका का उद्देश्‍य भारत के महत्‍वपूर्ण स्‍थानों में सीएलएल रेफरेंस लेबोरेटरीज (सीआरएल) की मदद करना है और पेरिफेरल हॉस्पिटल्‍स से उनके निकटतम सीआरएल को जोड़ने में सहायता करना है ताकि बीमारी से लड़ रहे मरीजों के लिए आवश्‍यक फिश पैनल एवं आईजीएचवी (IgHV) टेस्‍ट उपलब्‍ध कराया जा सके और देश भर में सीएलएल मरीजों के लिए टेस्‍ट की सुविधा बढ़ाई जा सके। क्रोनिक लिम्फोसायटिक ल्यूकेमिया एक प्रकार का कैंसर है जो उन कोशिकाओं से शुरू होता है जो लिम्फोसाइट्स नामक सफेद रक्त कोशिकाओं में बनती हैं। अस्थि मज्जा वह जगह है जहां इस प्रकार का रक्त कैंसर विकरा

स्ट्रोक के लगभग 70 फीसदी मामलों का या तो इलाज हो सकता है या इन्हें रोका जा सकता है : डॉ. विपुल गुप्ता

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गुरुग्राम: एक आकलन है कि दुनिया में स्ट्रोक से हर 40 मिनट पर एक व्यक्ति पीडि़त होता है और हर चार मिनट पर एक व्यक्ति की स्ट्रोक से मौत हो जाती है। 25 फीसदी आबादी जीवन के किसी न किसी मोड़ पर स्ट्रोक अटैक से पीडि़त होती है जबकि स्ट्रोक के 7080 फीसदी मामले हाइपरटेंशन, डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल लेवल का ख्याल रखने से रोके जा सकते हैं। इसके अलावा जीवनशैली में बदलाव, उचित खानपान, पर्याप्त व्यायाम, वजन पर नियंत्रण रखने तथा धूम्रपान त्यागने से स्ट्रोक को रोका जा सकता है। स्ट्रोक रोकने का एक सबसे अच्छा तरीका शारीरिक श्रम करते रहना भी है। ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा बड़ा और दीर्घकालीन अपंगता का प्रमुख कारण माना जाता है। सही समय पर इलाज करने से नुकसान को कम किया जा सकता है, वहीं लोगों के लिए यह जानना भी जरूरी है कि मरीज के शुरुआती लक्षणों की पहचान कर तत्काल उसे अस्पताल ले जाया जाए। जागरूकता सत्र का आयोजन आर्टेमिस एग्रिम इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज में न्यूरोइंटरवेंशन के प्रमुख और स्ट्रोक यूनिट के सह निदेशक डॉ.विपुल गुप्ता तथा स्ट्रोक न्यूरोलॉजी एंड न्यूरोइंटरवेंशनल सर्जरी के डॉ.राजश्रीनिवास पार्थसार

टाटा हेल्थ ने देश भर में ऑनलाइन कंसल्टेशन्स और स्वास्थ्य सेवाओं की डिजिटल इकोसिस्टम में की वृद्धि

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राष्ट्रीय , 20 अक्टूबर 2021:  टाटा ग्रुप के डिजिटल स्वास्थ्य विभाग टाटा हेल्थ ने उनके डिजिटल हेल्थ प्लेटफार्म को पूरे देश भर में उपलब्ध कराए जाने की घोषणा आज की। बेंगलुरु में लॉन्च किए गए इस ऑनलाइन कंसल्टेशन ऐप ने 6 लाख से अधिक लोगों की मदद की। लोगों के स्वास्थ्य और खुशी को हमेशा बढ़ाने के उद्देश्य के साथ , टाटा हेल्थ डॉक्टरों और विशेषज्ञों के व्यापक नेटवर्क के ज़रिए उनके साथ तुरंत परामर्श कर पाने की सुविधा प्रदान करता है , जिससे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपॉइंटमेंट के लिए समय गवाए बिना , तत्काल चिकित्सा सलाह पायी जा सकती है। उनके पास 15 से अधिक स्पेशलिटीज़ के स्पेशलिस्ट्स और सुपर-स्पेशलिस्ट्स हैं , साथ ही जनरल मेडिसिन डॉक्टर्स भी 24x7 उपलब्ध हैं। ऐप पर डॉक्टरों का चयन एक कठोर बहु-चरणीय चयन प्रक्रिया के द्वारा किया जाता है। ये खास तौर पर चुने गए डॉक्टर सहानुभूतिपूर्वक व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करते हैं , रोगी की जरूरतों को समझते हैं और केवल वही सुझाव देते हैं जो आवश्यक है। यहां यूज़र्स को एक व्यक्तिगत , पिन संरक्षित स्वास्थ्य लॉकर मिलता है , जिसमें उनके सभी मेडिकल रिकॉर्ड को ऑनल

ओवा इन्वेस्टमेंट एजुकेशन ने वेल्थ मैनेजमेंट में एनएसई एकेडमी प्रमाणित 6-महीने का प्रोग्राम लॉन्च किया

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मुंबई, 1 6 अक्टूबर, 2021: ओवाइन्वेस्टमेंट एजुकेशन , जो निवेश पेशेवरों और शिक्षाविदों द्वारा धन प्रबंधन में एक मजबूत कैरियर पथ को आगे बढ़ाने में छात्रों की सहायता करने हेतु स्थापित एक ऑनलाइन शिक्षा अकादमी है , ने वेल्थ मैनेजमेंट में नया ओएडब्‍ल्‍यूए-एनएसई अकादमी सह-प्रमाणित 6-महीने का कार्यक्रम शुरू किया है। अपनी तरह का यह पहला कार्यक्रम छात्रों को वित्तीय ज्ञान , व्यावहारिक अनुप्रयोग , साथ ही ग्राहकों की सहायता के लिए सॉफ्ट कौशल का एक अनूठा संयोजन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ओएडब्‍ल्‍यूएने हाल ही में ' फ्यूचर ऑफ वेल्थ मैनेजमेंट ' नामक एक वेबिनार पर वेल्थ मैनेजमेंट में 6 महीने का प्रोग्राम लॉन्च किया , जिसमें हिमांशु भगत , मैनेजिंग डायरेक्टर और हेड , वेल्थ मैनेजमेंट , जूलियस बेयर इंडिया , श्री अभिलाष मिश्रा , सीईओ , एनएसई अकादमी , प्रोफेसर (डॉ) कविता शर्मा , पूर्व अध्यक्ष दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय , निदेशक-इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और प्रिंसिपल , हिंदू कॉलेज , दिल्ली एवं श्री स्वरूप मोहंती , सीईओ - मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजरजैसे उद्योग के दिग्गज शामिल थे , जिन्हो

पैरेंट्स अपने बच्चों को कैसे रख सकते हैं कोविड-19 से सुरक्षित

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भारत में कोविड-19 की अनुमानित तीसरी लहर प्रमुख रूप से बच्चों के लिए चिंताजनक है। कई राज्य सरकारों ने बच्चों के संक्रमित होने की स्थिति में अस्पतालों और वैक्‍सीन्‍स को लेकर अपनी मौजूदा पीडियाट्रिक क्षमताओं को लेकर चिंता जाहिर कर दी है। जहां पहली लहर के दौरान बच्चे अपेक्षतया अधिक सुरक्षित थे, वहीं दूसरी लहर के दौरान वायरस के म्यूटेटेड वर्जन्‍स से बच्‍चे भी अछूते नहीं रहे। कोविड-19 संक्रमित बच्‍चे में ऐसा हो सकता है कि इसके लक्षण दिखायी न दें, या फिर हल्के-फुल्के दिखायी दें, या थोड़ा बीमार पड़ जाये या फिर वो गंभीर रूप से बीमार पड़ जाये। बच्‍चों में इसके लक्षण बड़ों की तरह ही हो सकते हैं, जैसे कि बुखार, सर्दी, सांस लेने में तकलीफ और थकान व अन्‍य। हालांकि, गंभीरता में अंतर हो सकता है। भारत में अभी तक बच्‍चों के लिए कोई स्‍वीकृत वैक्‍सीन उपलब्‍ध नहीं है। लॉकडाउन हटाया जा रहा है और स्‍कूल फिर से खुलने लगे हैं, ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्‍चों की सुरक्षा का काफी ध्यान रखना होगा। जैसा कि दूसरी लहर के दौरान देखा जा चुका है कि परिवार का एक भी सदस्य संक्रमित हो जाने पर, पूरे परिवार के संक्रमित हो

ट्विन हेल्थ ने टाईप 2 डायबिटीज सहित जटिल मेटाबोलिक रोगों से बचाव और उसे रिवर्स करने के लिए अपने द्वारा अविष्कृत होल बॉडी डिजिटल ट्विन™ टेक्नो्लॉजी का दायरा बढ़ाने के लिए 1000 करोड़ रु. जुटाये

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जयपुर,11 अक्टूबर, 2021 – ट्विन हेल्थ, जो होल बॉडी डिजिटल ट्विन™ प्रेसिजन हेल्‍थ टेक्‍नोलॉजी का निर्माता है, ने भारत और अमेरिका में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए सीरीज सी फंडिंग में 140 मिलियन अमेरिकी डॉलर (1000 करोड़ रु.) जुटाने की आज घोषणा की। 2018 में स्थापित, ट्विन हेल्थ ने ऊर्जा और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करते हुए पुरानी मेटाबोलिज्म संबंधी बीमारियों को रिवर्स कर देने और रोकने में मदद करने के लिए होल बॉडी डिजिटल ट्विन™ का आविष्कार किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा संचालित, होल बॉडी डिजिटल ट्विन ™ प्रत्येक व्यक्ति के अद्वितीय मेटाबोलिज्म का गतिशील निरूपण है, जिसे गैर-इनवेसिव वीयरेबल सेंसर और सेल्‍फ-रिपोर्ट विकल्‍पों के माध्यम से प्रतिदिन एकत्र किए गए हजारों डेटा बिंदुओं से बनाया गया है। होल बॉडी डिजिटल ट्विन™ रोगियों और उनके डॉक्टरों को पोषण, नींद, गतिविधि और ध्यानपूर्ण श्वास के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है ताकि टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग और यकृत रोग सहित विभिन्न प्रकार के पुराने मेटाबोलिज्म रोगों को सुरक्षित रूप से रिवर्स कर सकें और रोक सकें। ट्विन हेल्‍थ के संस्‍थापक और मुख्‍य

टाटा एआईए लाइफ के उपभोक्ताअब प्रैक्टोऔ से ले सकते हैं टेलीमेडिसिन सेवाओं का लाभ

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  मुंबई, 30 सितंबर, 2021 : टाटा एआईए लाइफ इंश्‍योरेंस (टाटा एआईए लाइफ), जो भारत की अग्रणी जीवन बीमा कंपनियों में से एक है, ने विशिष्‍ट उत्‍पादों के नये पात्र * उपभोक्‍ताओं को भा रत की अग्रणी एकीकृत हेल्‍थकेयर कंपनी, प्रैक्‍टो के जरिए ऑनलाइन चिकित्‍सा परामर्श (टेलीकंसल्‍टेशन) की सुविधा प्रदान की है। इस गठबंधन के तहत, टाटा एआईए के उपभोक्‍ता सत्‍यापित डॉक्‍टर्स से कभी भी और कहीं भी ऑनलाइन चिकित्‍सा परामर्श ले सकते हैं। प्रैक्टो के साथ टाटा एआईए लाइफ की साझेदारी , ब्रांड के व्यापक संरक्षण प्रस्ताव को मजबूत करने में एक शक्तिशाली विभेदक है। यह पारंपरिक बीमा दृष्टिकोण से बहुत आगे जाता है जो कुशल दावा निपटान तक सीमित है। इसके जरिए प्रदत्‍त लाभों के तहत , पात्र उपभोक्ता विभिन्न चिकित्सा स्थितियों के लिए प्रति वर्ष 48 टेली परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। इसमें सर्दी , बुखार , चोट जैसी सामान्य बीमारियों के लिए सहायता शामिल है जिससे वे अपने घर के सुरक्षित और आरामदायक वातावरण से तत्काल चिकित्सा मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। इस पहल के साथ , टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस महामारी के बीच ग्राहकों की प्रमुख

एस्ट्राजेनेका ने हेल्थ-टेक स्टार्टअप, ट्रायकॉग के साथ मिलकर भारत में 'प्रोजेक्टे हार्ट बीट' लॉन्च किया; शीघ्र और सटीक डायग्नोलसिस, एवं समय से हस्तक्षेप के लिए एआई का उपयोग करके हार्ट अटैकमोर्टालिटी को कम करने का लक्ष्य बनाया

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  बेंगलुरू, 30 सितंबर, 2021 : एस्ट्राजेनेका इंडिया (एस्ट्राजेनेका फार्मा इंडिया लिमिटेड) , जो कि एक प्रमुख विज्ञान-आधारित बायोफार्मास्युटिकल कंपनी है , ने हेल्थ-टेक स्टार्टअप , ट्रायकॉग के साथ मिलकर ' प्रोजेक्ट हार्ट बीट ' नामक एक कार्यक्रम शुरू किया , जो हार्ट अटैक के रोगियों के शुरुआती और सटीक निदान पर केंद्रित है , जिससे मृत्यु दर को कम किया जा सके।यह वर्तमान में टियर 1 , 2 कस्बों और गांवों में चल रहा है , जहां गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा की पहुंच नहीं है। यह परियोजना क्लाउड-आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समर्थित इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) की व्याख्या को सक्षम करके , रोगियों को निकटतम कैथ लैब या फाइब्रिनोलिसिस केंद्रों तक पहुंचाकर संदिग्ध दिल के दौरे के रोगियों के लिए शीघ्र निदान और हस्तक्षेप की आवश्यकता को पूरा करती है , जिससे सटीक निदान और समय पर उपचार सुनिश्चित होता है और अंततःरोगी के परिणाम में सुधार होता है।   इस पहल का उद्देश्य प्राथमिक और माध्यमिक द